उत्तर प्रदेश भारत के प्रमुख प्रदेशों में गिना जाता है यहां पर आप विविध प्रकार के सांस्कृतिक धरोहर के साथ-साथ अनेक प्रकार की जैव विविधता भी देख सकते हैं उत्तर प्रदेश 9 राज्यों से घिरा हुआ है यहां पर कुल 75 जिले हैं जहां पर अनेक जीव जंतुओं की प्रमुख प्रजातियां पाई जाती हैं|
इन प्रजातियों के संरक्षण के लिए उत्तर प्रदेश में कुल 15 नेशनल पार्क स्थापित किए गए हैं इन नेशनल पार्क में पर्यटकों के लिए विशेष सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है जिसके माध्यम से वह नेशनल पार्क के जीव जंतु को बेहद ही करीब से देख सकते हैं आइए जानते हैं उत्तर प्रदेश के कुछ प्रमुख राष्ट्रीय उद्यानों के बारे में
दुधवा राष्ट्रीय उद्यान
स्थान -लखीमपुर खीरी
811 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में पहला या विशाल उद्यान वन्यजीवों के प्रेमियों के लिए स्वर्ग के समान है उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले में स्थित यह उद्यान बागों का सबसे अच्छा संरक्षण केंद्र माना जाता है इस राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना सन 1950 ईस्वी में की गई थी 1987 में यह टाइगर प्रोजेक्ट का अभिन्न हिस्सा बन गया यह राष्ट्रीय उद्यान बाघों का सबसे अच्छा संरक्षण केंद्र भी माना जाता है|
दुधवा राष्ट्रीय उद्यान के प्रमुख आकर्षणों में हाथी की सवारी बाघ बारहसिंघा के झुंड प्राकृतिक हरे-भरे घास के विशाल मैदान तेंदुआ हिरण आदि आते हैं।
दुधवा नेशनल पार्क की एंट्री फीस
दुधवा नेशनल पार्क की हाथी सफारी की टाइमिंग
प्रातः 7:00 से 10 बजे तक
शाम 3:00 बजे से 6:00 बजे तक
दुधवा नेशनल पार्क की हाथी की सफारी की फीस
प्रति व्यक्ति ₹100 प्रीति विदेशी व्यक्ति ₹300
दुधवा नेशनल पार्क जीप सफारी की फीस
जीप सफारी की फीस ₹21०० प्रति 6 व्यक्ति
राष्ट्रीय चंबल वन्य जीव अभ्यारण
स्थान- चंबल
सन 1979 में स्थित यह अभ्यारण घड़ियाल और जलीय जीवो के लिए विशेष माना जाता है यहां पर आपको गंगा में विशेष रूप से रहने वाली डॉल्फिंस का संरक्षण केंद्र बनाया गया है चंबल नदी में स्थित यह अभयारण्य 300 से अधिक वन्य जीवो का आश्रय केंद्र है| चंबल अभ्यारण में आपको कछुओं की 26 प्रजातियों में से 8 प्रमुख प्रजातियां यहां पर दिख जाएंगी| इसके साथ-साथ यहां पर प्रमुख आकर्षणों में डॉल्फिन कछुए कई प्रकार के सरीसृप हिरण मगरमच्छ आदि प्रमुख रूप से माने जाते हैं|
राष्ट्रीय चंबल वन्य जीव अभयारण्य की एंट्री फीस
एंट्री फीस ₹100
ऊंट की सवारी 1850+जीएसटी
जीप सफारी 1850+जीएसटी
पीलीभीत टाइगर रिजर्व अभ्यारण
स्थान- पीलीभीत उत्तर प्रदेश
800 वर्ग किलोमीटर के विशाल क्षेत्र में फैला यह पार्क टाइगर को संरक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से बनाया गया है| इस विशाल अभयारण्य में आपको लगभग 140 से अधिक जीव जंतुओं की प्रजातियां 600 के आसपास पंछियों की प्रजातियां और दो हजार प्रकार के वनस्पतियों के प्रजातियां निवास करती हैं| पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बाघों की ज्यादा संख्या से इसे टाइगर रिजर्व घोषित कर दिया गया यह था वन्यजीवों के प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है| पीलीभीत टाइगर रिजर्व भारत के 41 टाइगर रिजर्व अभयारण्य में से एक है|
पीलीभीत टाइगर रिजर्व की एंट्री
प्रवेश शुल्क ₹100
विदेशी प्रवेश शुल्क ₹350
जंगल में प्रवेश शुल्क ₹300 प्रति व्यक्ति
गाइड चार्ज ₹300 ट्रिप
Opening timing प्रातः 6:00 से शाम 6:00 बजे तक
पीलीभीत टाइगर रिजर्व घूमने का सबसे अच्छा समय
यहां पर वर्ष भर पर्यटक जानवरों को देखने के लिए आते हैं परंतु यहां आने का सबसे अच्छा समय फरवरी से अप्रैल के बीच में होता है।
चंद्रप्रभा वन्यजीव अभयारण्य
स्थान- वाराणसी उत्तर प्रदेश
वाराणसी में स्थित चंद्रप्रभा वन्यजीव अभयारण्य उत्तर प्रदेश के प्रमुख अभयारण्य में से एक है| इस अभयारण्य की स्थापना 1957 ईस्वी में की गई थी |इस अभ्यारण की सबसे खास बात यह है कि यहां पर आपको घने जंगलों दुर्लभ वनस्पतियों के साथ-साथ अनेक प्रकार के झरने भी देखने को मिल जाते हैं यहां पर वन्यजीवों की कई प्रजातियां निवास करती है जिनमें सांभर चीतल घड़ियाल हिरण तेंदुए भालू दलदली हिरण ब्लैक बॉक्स शाही जंगली सूअर आदि प्रमुख है| यहां के प्रमुख आकर्षणों में राजदारी फॉल्स आज चंद्रप्रभा डैम प्रमुख है।
चंद्रप्रभा वन्यजीव अभयारण्य की एंट्री फीस
प्रवेश शुल्क ₹30
विदेशी प्रवेश शुल्क ₹350
अभयारण्य खुलने का समय सुबह 6:00 बजे से लेकर शाम 6:00 बजे तक
चंद्रप्रभा वन्य जीव अभ्यारण घूमने का सबसे अच्छा समय
इस खूबसूरत अभयारण्य में घूमने के लिए सबसे अच्छा समय नवंबर से अप्रैल तक का माना जाता है।
कतरनिया वन्यजीव अभयारण्य
स्थान -बहराइच उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में स्थित कतरनिया वन्यजीव अभयारण्य लगभग 158 वर्ग किलोमीटर के विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है इस स्थान को प्राकृतिक सुंदरता का वरदान प्राप्त है यहां पर आपको भिन्न भिन्न प्रकार की वनस्पतियों के साथ-साथ अनेक प्रकार के रात्रि चर अंजलि जी देखने को मिलते मिल जाएंगे जिम में प्रमुख रूप से घड़ियाल मगरमच्छ गैंडा शीतल जिराफ डॉल्फिंस आदि है कतरनिया वन्य जीवन अभयारण्य प्रकृति प्रेमियों के लिए उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा खोजी जाने वाली जगहों में से एक है।
कतरनिया वन्य जीव अभयारण्य की एंट्री फीस
प्रवेश शुल्क₹50
विदेशी प्रवेश शुल्क ₹300
जीप सफारी शुल्क ₹2000
कतरनिया वन्यजीव अभयारण्य मैं घूमने का सबसे अच्छा समय
यहां पर अगर आप घूमने का मन बना रहे हैं तो यहां आने का सबसे अच्छा समय अगस्त से नवंबर के मध्य माना जाता है इसके साथ-साथ यहां पर फरवरी से अप्रैल तक भी पर्यटकों की अच्छी खासी भीड़ आती है।
रानीपुर वन्यजीव अभयारण्य
स्थान -रानीपुर उत्तर प्रदेश
रानीपुर वन्य जीव अभ्यारण लगभग 144 किलोमीटर वर्ग किलोमीटर के विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है यह बाघों की अच्छी संख्या के लिए जाना जाता है बाबू को संरक्षण देने के उद्देश्य से इस अभयारण्य में की स्थापना की गई रानीपुर वन्य अभ्यारण में आपको बाघ शेर चीता हिरन जंगली भैंसे जंगली सूअर आदि कई प्रजातियां देखने को मिल जाएंगी।
रानीपुर वन्य जीव अभ्यारण की सबसे खास बात यह है कि यह चित्रकूट के अत्यंत निकट होने की वजह से यहां पर पर्यटकों की अच्छी खासी संख्या होती है इसके अलावा यहां पर कई प्रकार के झरने और प्राचीन मंदिर है जहां पर पर्यटक घूमने के लिए अधिक संख्या में आते हैं।
रानीपुर वन्य जीव अभयारण्य की एंट्री फीस
प्रवेश शुल्क ₹700
विदेशी प्रेम प्रवेश शुल्क 1500 रुपए
जीप सफारी शुल्क 1500 रुपए
रानीपुर वन्य जीव अभ्यारण्य खुलने का समय
प्रातः 6:00 से 11:00 और 1:00 बजे से लेकर 6:00 बजे तक
सुहेलदेव वन्यजीव अभयारण्य
स्थान- बलरामपुर उत्तर प्रदेश
456 वर्ग किलोमीटर के विशाल क्षेत्र में फैलाया अभयारण्य वन्यजीव प्रेमियों के लिए अत्यंत आकर्षक स्थान है उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती और बलरामपुर जिले में स्थित यह अभयारण्य प्रमुख रूप से तेंदुआ भालू सियार और भेड़िए को संरक्षण देने के उद्देश्य से बनाया गया।
वन्यजीवों के साथ-साथ यहां पर समान रूप से प्राकृतिक वनस्पतियों और काफी अधिक संख्या में पंछियों की भी संख्या होने के कारण सुहेलदेव वन्य जीव अभ्यारण एक बेहद खूबसूरत अभयारण्य के रूप में प्रसिद्ध है।
सुहेलदेव वन्यजीव अभयारण्य की एंट्री फीस
प्रवेश शुल्क ₹75
विदेशी प्रवेश शुल्क ₹150
फोटोग्राफी शुल्क ₹100
फॉरेस्ट गार्ड ₹50
सुहेलदेव वन्य जीव अभ्यारण खुलने का समय
प्रातः 9:00 से 12:00 तक और 3:00 से 6:00 तक
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