
ऋषिकेश (Rishikesh) उत्तराखंड राज्य के देहरादून जिले में स्थित एक नगर हैं। ऋषिकेश को “योग कैपिटल ऑफ द वर्ड” भी कहां जाता है। यह नगर धार्मिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए ऋषिकेश बहुत ही पवित्र स्थान माना जाता है। ऋषिकेश में अगर आप घूमने का प्लान बना रहे हैं तो यहां पर आपकी जरूरत की लगभग सभी चीजें उपलब्ध होती हैं। ऋषिकेश में विशाल पर्वत श्रृंखलाएं यहां पर रोमांचकारी अनुभव प्रदान करती हैं इसके अलावा यहां की नदियां भी रिवर राफ्टिंग के लिए पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध है।
ऋषिकेश देहरादून से 45 किलोमीटर और हरिद्वार से मात्र 27 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ऋषिकेश को गंगोत्री यमुनोत्री बद्रीनाथ और केदारनाथ का प्रवेश द्वार भी माना जाता है इसी स्थान से गंगा जी विशाल पर्वत श्रृंखलाओं को पीछे छोड़कर समतल धरातल की ओर आगे बढ़ जाती है।
ऋषिकेश का इतिहास ( history of rishikesh in Hindi)
पुरानी जन श्रुतियों के अनुसार इस स्थान पर ही भगवान शिव ने समुद्र मंथन से निकले हुए विष के प्याले को पिया था जिसके परिणाम स्वरूप उनका गला नीला पड़ गया ऋषिकेश में भगवान नीलकंठ का भव्य मंदिर इस बात का प्रमाण प्रस्तुत करता है।
इसके अलावा वनवास के दौरान भगवान श्री राम ने लक्ष्मण और माता सीता सहित यहां पर कुछ समय व्यतीत किया था। प्रमाण के रूप में लक्ष्मण झूला आज भी है। ऋषि यों के अनुसार महर्षि रब ने इस स्थान पर ईश्वर के दर्शन के लिए कठोर तपस्या की थी उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान ने ऋषिकेश के अवतार में उन को दर्शन दिए तब से इस स्थान का नाम ऋषिकेश पड़ गया। इस स्थान की पौराणिक कहानियों के अनुसार भी अत्यंत महत्ता है।
दोस्तों ऋषिकेश का पौराणिक दृष्टि के साथ-साथ पर्यटन क्षेत्र में भी महत्त्व है यहां पर कई प्रसिद्ध स्थान है। प्रसिद्ध स्थानों पर घूमने के लिए देश ही नहीं विदेशों से भी श्रद्धालु यहां पर आते हैं तो आइए शुरू करते हैं ऋषिकेश में घूमने लायक कुछ प्रमुख जगहों के बारे में
ऋषिकेश में घूमने लायक प्रमुख जगहें ( top tourist places in rishikesh in hindi)
धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होने के साथ ही ऋषिकेश में घूमने के लिए कई ऐसी जगह है जहां पर जाकर आप खुद को प्रकृति के बेहद नजदीक महसूस करेंगे। यहां पर ऊंचे ऊंचे पहाड़ चारों तरफ हरी-भरी हरियाली और सुंदर प्राकृतिक नजारे को देखकर लोग यहां पर खींचे चले आते हैं आइए जानते हैं ऋषिकेश में घूमने लायक कुछ प्रमुख जगहों के बारे में जहां पर आपको जरूर जाना चाहिए।
ऋषिकेश में प्रसिद्ध लक्ष्मण झूला
लक्ष्मण झूला ऋषिकेश की शान माना जाता है झूले के विषय में यह कहा जाता है कि इसी स्थान पर भगवान लक्ष्मण ने अपने बड़े भाई श्री राम और माता सीता के लिए जूट से निर्मित झूले का निर्माण किया था जो गंगा नदी के एक किनारे से दूसरे किनारे तक जाता है। झूले की कुल लंबाई 450 मीटर की है इस झूले के मध्य में पहुंचने पर आपको यह झूला हिलता हुआ प्रतीत होता है इस झूले के बीच में पहुंचकर आप आसपास के विहंगम प्राकृतिक दृश्य को देखकर मंत्रमुग्ध हो जाएंगे।
ऋषिकेश में स्थित त्रिवेणी घाट
पौराणिक मान्यता के अनुसार त्रिवेणी घाट पर ही हिंदू धर्म की तीन प्रमुख नदियां गंगा यमुना और सरस्वती का मिलन होता है। इस स्थान पर अनेक ऋषि-मुनियों ने त्रिवेणी घाट पर स्नान करने के पश्चात योग और साधना की थी। यह स्थान ऋषिकेश के प्रमुख स्नान घाटों में से एक है।
प्राचीन नीलकंठ महादेव मंदिर
समुद्र तल से 5500 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह प्राचीन मंदिर भगवान नीलकंठ महादेव को समर्पित है।प्राचीन मान्यताओं के अनुसार इसी स्थान पर भगवान शिव ने समुद्र मंथन से निकले हुए विष का पान किया था जिसके परिणाम स्वरूप उनका गला नीला पड़ गया था। नीलकंठ महादेव मंदिर पूरी दुनिया भर में प्रसिद्ध है यहां पर भारत ही नहीं दूर दूर देशों से भी लोग दर्शन करने के लिए आते हैं।
जिससे उन्हें नीलकंठ महादेव का नाम मिला। इस स्थान पर एक झरना भी है जिसमें स्नान करने के पश्चात ही श्रद्धालु भगवान नीलकंठ महादेव के दर्शन के लिए जाते हैं।
ऋषिकेश का प्रसिद्ध स्वर्ग आश्रम और राम झूला
यह प्राचीन आश्रम की स्थापना स्वामी विशुद्धानंद के द्वारा की गई थी। इस आश्रम के आसपास कई छोटे-छोटे भव्य मंदिर स्थापित है जहां घूमने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। इसके अलावा इस आश्रम के आसपास अनेक रेस्त्रां है जहां पर केवल शुद्ध और शाकाहारी भोजन ही परोसा जाता है।
इसके साथ-साथ यहां पर हस्तशिल्प और हस्त निर्मित वस्तुओं की कई दुकानें हैं जहां पर लोग आकर खरीदारी का लुफ्त उठाते हैं। ठीक इसी आश्रम के सामने से राम झूला है इस नवनिर्मित झूले पर जाकर पर्यटक उसके आसपास की खूबसूरती को झूले से निहार कर मंत्रमुग्ध हो जाते हैं।
ऋषिकेश में स्थित कैलाश निकेतन मंदिर
ऋषिकेश में जितने भी मंदिर हैं उन सब में कैलाश निकेतन मंदिर भिन्न है क्योंकि विशाल मंदिर में सभी प्रकार के देवी देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं। यह भव्य मंदिर लक्ष्मण झूला पार करते ही स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ता है जो कि 12 खंड का विशाल मंदिर बना है।
ऋषिकेश में स्थित वशिष्ठ गुफा
आप यहां पर जब भी घूमने के लिए जाएंगे तो आपको ध्यान मुद्रा में अनेक प्रकार के साधू सब बैठे हुए दिख जाएंगे।इस प्राचीन गुफा की सबसे खास बात यह है कि इस गुफा को भगवान राजा राम के गुरु श्री वशिष्ठ जी के निवास स्थान के रूप में जाना जाता है जिन्होंने यहीं पर तपस्या आदि की थी। इस गुफा के आसपास का दृश्य बड़ा ही मनमोहक और शांत होता है।
ऋषिकेश में स्थित मोहनचट्टी
अगर आप ऋषिकेश में शांत और खूबसूरत वादियों की तलाश कर रहे हैं तो यकीन मानिए मोहनचट्टी आपके लिए एक सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है। नीलकंठ मार्ग में पड़ने वाला मोहनचट्टी पर्यटकों के लिए विशेष महत्व रखता है।
इसके अलावा ऋषिकेश में काफी अधिक संख्या में पर्यटन केंद्र हैं जहां पर पर्यटक जाकर अपनी मनोरंजक गतिविधियों और प्राचीन मंदिरों को देखते हैं उनमें से कुछ प्रमुख जगह निम्न है–
- ऋषि कुंड
- काली कमली वाले ध्यान केंद्र
- ओंकार आनंद आश्रम
- शिवपुरी मंदिर
- स्वर्ग आश्रम
ऋषिकेश में प्रसिद्ध रिवर राफ्टिंग( river rafting in rishikesh in hindi)
दोस्तों अगर आप नदी में मनोरंजक खेलों के शौकीन हैं तो रिवर राफ्टिंग आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है ऋषिकेश रिवर राफ्टिंग के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है। रिवर राफ्टिंग का आनंद लेने के लिए यहां पर देश-विदेश से पर्यटक भारी संख्या में आते हैं। यहां पर रिवर राफ्टिंग के लिए कई प्रकार की संस्थाएं आपको पैकेज उपलब्ध कराती हैं।
आप अपनी सुविधा अनुसार किसी भी प्रकार का पैकेज चुन सकते हैं इसके अलावा आप स्वयं व्यवस्था चाहते हैं तो उसका भी यहां पर प्रबंध होता है। रोमांचक रिवर राफ्टिंग का आनंद लेना चाहते हैं तो आपको ऋषिकेश जरूर आना चाहिए।
ऋषिकेश में प्रसिद्ध बंगी जंपिंग( bungee jumping in rishikesh in hindi)
दोस्तों अगर आप रोमांचक और खतरनाक खेल खेलने के शौकीन है तो उत्तराखंड आपके लिए सबसे अच्छा राज्य है और ऋषिकेश सबसे अच्छी जगहों में से एक मानी जाती है यहां पर रिवर राफ्टिंग के साथ-साथ बंगी जंपिंग भी विश्व प्रसिद्ध है। यह एक विशेष प्रकार का झूला होता है जो पहाड़ी की सबसे ऊंची चोटी पर स्थित होता है और व्यक्ति को एक रबड़ के रोग के माध्यम से बांध दिया जाता है और नीचे की तरफ ढकेल दिया जाता है।
रस्सी रबर की होने की वजह से आदमी नीचे जाकर वापस झूले पर आ जाता है। यह एक बेहद ही रोमांचकारी खेल है इस खेल को खेलने से पहले साहस की आवश्यकता होती है।इस बंगी जंपिंग का आनंद लेने के लिए काफी अधिक संख्या में पर्यटक यहां पर इकट्ठा होते हैं इसका मुख्य स्टेशन ऋषिकेश से 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
ऋषिकेश में कहां रुके?
ऋषिकेश में घूमने जा रहे हैं तो अगर आप वहां पर रुकने का प्लान बनाया है तो हम आपको जानकारी दे दे कि आप हमारी वेबसाइट पर जाकर आसानी से और बेहद सस्ते दरों पर फ्लाइट टिकट और होटल्स की बुकिंग कर सकते हैं। इसके अलावा ऋषिकेश में रुकने के लिए आपको काफी अधिक मात्रा में लो बजट से लेकर हाय बजट तक के होटल उपलब्ध होते हैं। इन होटलों में प्रमुख रूप से
होटल नारायण पैलेस
गंगेश्वर ऋषिकेश
होटल सूर्या पैलेस
होटल कैलाश गंगा
होटल कैलाश कुंज
होटल गायत्री कुंज आदि प्रमुख है।
तो जब भी ऋषिकेश घूमने का प्लान बनाया तो हमारी वेबसाइट के माध्यम से फ्लाइट टिकट और होटल बुकिंग करना ना भूलें।
ऋषिकेश कैसे पहुंचे? ( how to reach Rishikesh in Hindi)
हवाई जहाज के द्वारा ऋषिकेश कैसे पहुंचे?
दोस्तों अगर आप हवाई जहाज के माध्यम से ऋषिकेश पहुंचना चाहते हैं तो सबसे नजदीकी हवाई अड्डा जौलीग्रांट हवाई अड्डा है जो देहरादून में स्थित है। एयर इंडिया स्पाइस की नियमित उड़ानें दिल्ली से ऋषिकेश के लिए चलती हैं।
सड़क मार्ग के द्वारा ऋषिकेश कैसे पहुंचे?
दोस्तों अगर आप सड़क परिवहन के माध्यम से ऋषिकेश पहुंचना चाहते हैं तो ऋषिकेश देहरादून और उत्तराखंड के अन्य शहरों से अच्छी प्रकार से जुड़ा हुआ है।इसके अलावा आप दिल्ली से ऋषिकेश के लिए नियमित बसों के माध्यम से यहां पहुंच सकते हैं।
रेल मार्ग से ऋषिकेश कैसे पहुंचे?
रेल मार्ग के माध्यम से अगर आप ऋषिकेश पहुंचना चाहते हैं तो यहां का अपना रेलवे स्टेशन ऋषिकेश है जो भारत के प्रमुख रेलवे स्टेशनों से जुड़ा हुआ है और यह ऋषिकेश का आखरी स्टेशन भी है।
ऋषिकेश कहाँ स्थित है ?
ऋषिकेश उत्तराखंड राज्य के देहरादून जिले में स्थित एक नगर हैं।
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