
रिवर राफ्टिंग(river rafting) जिसको सुनकर हर किसी के मन में पानी की लहरों के साथ खेलने का रोमांस का अनुभव होने लगता है।रिवर राफ्टिंग भारत में काफी अधिक तेजी से प्रचलित होने वाला पानी का खेल है।रिवर राफ्टिंग करने के लिए भारत में कई राज्यों में रिवर राफ्टिंग कैंप या संस्थाएं रिवर राफ्टिंग की सुविधा उपलब्ध कराती हैं। दोस्तों अगर आप रिवर राफ्टिंग करने के शौकीन हैं और रिवर राफ्टिंग का भरपूर इंजॉय करना चाहते हैं तो हम आपको इस लेख के माध्यम से रिवर राफ्टिंग के विषय में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराने की कोशिश करते हैं उम्मीद है आपको पसंद आएगा तो आइए शुरू करते हैं।
रिवर राफ्टिंग क्या हैं ? (what is river rafting in Hindi?)
रिवर राफ्टिंग(river rafting) एक ऐसा साहसिक और मनोरंजक खेल है जो नदी की बहती हुई तेज धाराओं में रबर की नाव पर बैठकर किया जाता है। रिवर राफ्टिंग वर्तमान समय में काफी अधिक प्रसिद्ध हो चुका है। लहरों की तेज धाराओं में नाव पर बैठे हुए खूबसूरत परिदृश्य का दीदार करते हुए रिवर राफ्टिंग का एक अलग मजा है।
रिवर राफ्टिंग मे एक रबर की नाव पर बैठकर पानी की लहरों के साथ चलना होता है। नाव पर बैठे हुए पर्यटकों को विशेष प्रकार का सूट पहनाया जाता है जिसमें हवा के फ्लोट भरे होते हैं। ऐसा इसलिए होता है कि अगर आप पानी में गिर जाए तो आसानी से पानी में तैर सकते हैं। रिवर राफ्टिंग को एक खतरनाक खेल माना जाता है परंतु वास्तव में यह उतना खतरनाक नहीं है जितना दिखाया जाता है। हालांकि कुछ स्थानों पर यह थोड़ा बहुत खतरनाक जरूर है परंतु यह पूर्ण रूप से अत्यंत रोमांचक खेल है।

रिवर राफ्टिंग कैसे की जाती है?(how to do river rafting in hindi)
रिवर राफ्टिंग मैं एक रबर की नाव होती है जिस पर पांच से छह व्यक्ति एक साथ बैठाए जाते हैं उनमें एक गाइड भी होता है जो पानी की लहरों के साथ साथ चलने का दिशानिर्देश देता है। रिवर राफ्टिंग की सबसे खास बात यह है कि इसे करने के लिए तेज बहाव वाली नदी का चुनाव किया जाता है जो कि कम गहरी होती है।
पानी की लहरों के साथ नाव तेजी से आगे बढ़ती है जिसमें बैठे नाव में बैठे पर्यटकों को रोमांच का एहसास होता है।पानी में तेजी से बहती हुई नाव पर बैठे हुए पर्यटकों को इन घुमावदार रास्तों पर पानी के साथ चलते हुए एक खास तरह का एहसास होता है जिसे वे साहसिक और रोमांचकारी मानते हैं। भारत में रिवर राफ्टिंग के लिए कई नदियां हैं। इसके साथ-साथ रिवर राफ्टिंग के लिए भारत विश्व के प्रमुख देशों में से एक है।
भारत में स्काइडाइविंग और भारत में स्काइडाइविंग के टॉप 7 स्थान
भारत में रिवर राफ्टिंग करने की प्रमुख जगहें( top places to do river rafting in India in Hindi)
उत्तराखंड में रिवर राफ्टिंग ( river rafting in Uttrakhand in hindi)

ऋषिकेश में रिवर राफ्टिंग ( river rafting in rishikesh in hindi)
उत्तराखंड राज्य में स्थित गढ़वाल हिमालय में ऋषिकेश में गंगा नदी में रिवर राफ्टिंग की सुविधा उपलब्ध है।गंगा नदी में रिवर राफ्टिंग चार खंडों में विभाजित है। गंगा नदी में बहती हुई तेज धाराओं में रिवर राफ्टिंग का मजा कुछ अलग होता है।
रिवर राफ्टिंग करते समय नदी के आसपास के नजारों को देखकर पर्यटक रोमांच के साथ साथ मन को प्रफुल्लित कर देने वाले सुंदर अनुभव का आनंद लेते हैं। यह ट्रैक 9 से 36 किलोमीटर की दूरी का है।
यहां पर प्रमुख रूप से 4 रिवर राफ्टिंग के स्ट्रेच हैं।
1 शिवपुरी से ऋषिकेश 16 किमी
2 ब्रह्मपुरी से ऋषिकेश 9 किमी
3 मरीन ड्राइव से ऋषिकेश 24 किमी
4 कौड़ियाला से ऋषिकेश 36 किमी।
ऋषिकेश में रिवर राफ्टिंग की फीस(river rafting fees in rishikesh in hindi)
ऋषिकेश में रिवर राफ्टिंग करने के लिए पर्यटकों से ₹600 से लेकर ₹1000 तक की फीस ली जाती है।
गंगा नदी में रिवर राफ्टिंग के लिए कठिनाई का स्तर
ग्रेड 1 से ग्रेड 4 तक
ऋषिकेश में रिवर राफ्टिंग का सबसे अच्छा समय( Best time to do river rafting in rishikesh in hindi)
दोस्तों अगर आप ऋषिकेश में स्थित गंगा नदी में रिवर राफ्टिंग का मजा लेना चाहते हैं तो यहां पर रिवर राफ्टिंग के लिए सबसे अनुकूल समय जून से सितंबर तक का माना जाता है। क्योंकि वर्षा ऋतु के पश्चात यहां पर पानी का जलस्तर थोड़ा बड़ा हुआ और तेज गति के साथ होता है जिस पर रिवर राफ्टिंग अधिक रोमांचकारी हो जाती है।
यमुना नदी में रिवर राफ्टिंग( river rafting in Yamuna river Uttrakhand in hindi)
उत्तराखंड में ही बहती यमुना नदी में भी रिवर राफ्टिंग(river rafting) की सुविधा उपलब्ध है
यह प्रमुख रूप से नए रिवर राफ्टंर के लिए स्वर्ग के समान है। यमुना नदी में रिवर राफ्टिंग का स्तर मध्यम स्तर का होता है।इसीलिए अपने परिवार अपने दोस्तों के साथ आसानी से यमुना नदी में रिवर राफ्टिंग का आनंद ले सकते हैं।
यमुना नदी पर रिवर राफ्टिंग के दो strech मौजूद है
1 नैनबाग से जुद्दो 20 किमी
2 यमुना पुल से जुद्दों 9 किमी।
यमुना नदी में रिवर राफ्टिंग की फीस
यहां पर रिवर राफ्टिंग कराने के लिए प्रति पर्यटक ₹500 से लेकर ₹1100 तक की फीस ली जाती है।
अलकनंदा नदी में रिवर राफ्टिंग(river rafting to do alakhnanda river in hindi)
उत्तराखंड में स्थित अलकनंदा नदी गढ़वाल से निकलकर चमोली और रुद्रप्रयाग के रास्ते पर बहते हुए गंगा में मिलने वाली सबसे बड़ी सहायक नदी है।इस नदी में साहसिक खेलों और रोमांच का आनंद लेने वाले लोग रिवर राफ्टिंग का भी आनंद ले सकते हैं।
घुमावदार रास्तों और तेज बहाव वाली यह नदी रिवर राफ्टिंग को एक रोमांचकारी अनुभव प्रदान करती है।रिवर राफ्टिंग के दौरान आसपास के खूबसूरत परिदृश्य और घाटियों को करीब से देखने का अनुभव बेहद ही खास होता है।
अलकनंदा नदी में रिवर राफ्टिंग का स्ट्रेच
कुल दूरी 25 किलोमीटर
अलकनंदा नदी में रिवर राफ्टिंग करने का कठिनाई का स्तर
अलकनंदा नदी में अगर आप रिवर राफ्टिंग का लुत्फ उठाना चाहते हैं तो हम आपको जानकारी दे दें कि यहां पर कठिनाई के स्तर ग्रेड 4 का माना गया है। यहां पर प्रशिक्षित रिवर राफ्टिंग के लोग अलकनंदा नदी में रिवर राफ्टिंग का आनंद लेते हैं।
अलकनंदा में रिवर राफ्टिंग की फीस( river rafting fees in Alakhnanda river in hindi)
अलकनंदा नदी में रिवर राफ्टिंग कराने के लिए पर्यटकों से ₹800 से लेकर ₹1200 तक की फीस ली जाती है।
अलकनंदा नदी में रिवर राफ्टिंग करने का सबसे अच्छा समय(best time to do river rafting in Alakhnanda river in hindi)
अलकनंदा नदी में रिवर राफ्टिंग करने का अगर आप मन बना चुके हैं तो हम आपको जानकारी दे दे कि यहां पर परिवर्तन करने का सबसे अच्छा समय वर्षा ऋतु को छोड़कर पूरे वर्ष पर होता है। वर्षा ऋतु में अलकनंदा नदी का भाव बेहद ही हो जाता है।
लेह और लद्दाख में रिवर राफ्टिंग ( river rafting leh aur ladakh in hindi)

सिंधु नदी में रिवर राफ्टिंग(river rafting in Sindhu river in hindi)
सिंधु नदी में रिवर राफ्टिंग के पांच स्ट्रेच हैं
1 फे से निमो तक स्ट्रेच 25 किमी
2 फे से सस्पोल तक स्ट्रेच 24 किमी
3 खारू से स्फितुक तक स्ट्रेच 26 किमी
4 सास्पोल से खलस्ते तक स्ट्रेच 25 किमी
5 उपसी से खारू तक स्ट्रेच 25 किमी
लेह में सिंधु नदी पर रिवर राफ्टिंग करने का कठिनाई का स्तर
लेख में सिंधु नदी पर रिवर राफ्टिंग करने का कठिनाई का स्तर मध्यम से कठिन स्तर का माना जाता है ।जिसको लेवल 2 से लेवल 4 तक का कहा जा सकता है। सबसे खास बात तेजी से बहती हुई सिंधु नदी में लद्दाख में भी रिवर राफ्टिंग का अलग मजा है। लद्दाख में भी सिंधु नदी पर ही रिवर राफ्टिंग कि कहीं संस्थाएं रिवर राफ्टिंग उपलब्ध करवाती है।
सिंधु नदी में रिवर राफ्टिंग की फीस( river rafting fees in sindhu river in hindi)
सिंधु नदी में रिवर राफ्टिंग कराने के लिए पर्यटक को से ₹800 से लेकर ₹1200 तक की फीस ली जाती है।
सिंधु नदी में रिवर राफ्टिंग करने का सबसे अच्छा समय( Best time to do river rafting in sindhu river in hindi)
दोस्तों अगर आप ले लद्दाख की यात्रा पर निकले हैं और रिवर राफ्टिंग का भी आनंद लेना चाहते हैं तो हम आपको जानकारी दे दे कि यहां पर रिवर राफ्टिंग करने का सबसे अच्छा समय वर्षा ऋतु में अप्रैल से लेकर सितंबर तक का सर्वश्रेष्ठ होता है।
सिक्किम और दार्जिलिंग( river rafting in sikkim and darjiling in Hindi)
तीस्ता नदी में रिवर राफ्टिंग( river rafting in tista river in hindi)
दोस्तों अगर आप तेज धारा में रिवर राफ्टिंग का शानदार अनुभव लेना चाहते हैं तो सिक्किम और दार्जिलिंग के पहाड़ी क्षेत्र में बहने वाली तीस्ता नदी रिवर राफ्टिंग के लिए सबसे श्रेष्ठ जगहों में से एक है। नदी के दोनों तरफ पर दिखने वाले पहाड़ों का खूबसूरत परिदृश्य रिवर राफ्टिंग के अनुभव को और रोमांचकारी बना देता है।
तीस्ता नदी में रिवर राफ्टिंग करने का कठिनाई का स्तर
दोस्तों तीस्ता नदी अन्य नदियों की अपेक्षा थोड़ी तेज गति में प्रवाहित होती है। इस नदी पर कठिनाई का स्तर ग्रेड 2 से लेकर ग्रेड 4 तक माना जाता है। आसान शब्दों में इसे सामान्य कठिनाई का स्तर माना जा सकता है।
तीस्ता नदी में रिवर राफ्टिंग करने के दो स्ट्रेच मौजूद हैं
1 11 किलोमीटर
2 36 किलोमीटर
सिक्किम में तीस्ता नदी में रिवर राफ्टिंग की फीस
सिक्किम में तीस्ता नदी में रिवर राफ्टिंग का आनंद लेने के लिए पर्यटक को से ₹1000 से लेकर 15 सो रुपए तक की फीस ली जाती है। जबकि ऑनलाइन बुकिंग करने पर पर्यटकों को 3000 से लेकर 5000 तक का भुगतान करना पड़ता है।
तीस्ता नदी में रिवर राफ्टिंग करने का सबसे अच्छा समय
दोस्तों अगर आप ले लद्दाख की खूबसूरत यात्रा पर निकले हैं और रिवर राफ्टिंग का आनंद लेना चाहते हैं तो यहां पर रिवर राफ्टिंग करने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से लेकर अप्रैल तक माना जाता है। क्योंकि वर्षा ऋतु में जुलाई से लेकर सितंबर तक तीस्ता नदी का वेट अत्यधिक तीव्र हो जाता है जिसमें रिवर राफ्टिंग करना जोखिम भरा हो जाता है।
महाराष्ट्र में रिवर राफ्टिंग (river rafting in maharastra in hindi)
कोलाड में स्थित कुंडलिका नदी में रिवर राफ्टिंग( in kolad, river rafting in kundalika river in hindi)
कुंडलिका नदी दक्षिण भारत की सबसे तेज बहने वाली नदियों में से एक है। महाराष्ट्र के सहयाद्री पर्वतों के बीच स्थित कोलाज कुंडलिका नदी पर रिवर राफ्टिंग का अनुभव लिया जा सकता है। इस नदी पर रिवर राफ्टिंग करने वाले लोग बेहद साहसी माने जाते हैं। इस नदी की धारा रिवर राफ्टिंग के कठिनाई स्तर को बढ़ा देती है। कुंडलिका नदी बेहद छोटी नदी है जो सहयाद्री पर्वतों से निकलकर अरब सागर में गिर जाती है। कुंडलिका नदी के आसपास का वातावरण इतना सुंदर और हरियाली युक्त है कि यहां पर रिवर राफ्टिंग के एक अलग रोमांच की अनुभूति हो जाती है।
कुंडलिका नदी में रिवर राफ्टिंग के कठिनाई का स्तर
कुंडलिका नदी बेहटी तीव्र गति से बहने वाली नदी यहां रिवर राफ्टिंग के कठिनाई का स्तर ग्रेड 2 से 4 तक का माना जाता है।
नदी में रिवर राफ्टिंग की एक स्ट्रेच मौजूद है जो16 किलोमीटर लंबी है।
कुंडलिका नदी में रिवर राफ्टिंग की फीस
कुंडलिका नदी में रिवर राफ्टिंग करने के लिए पर्यटकों से सोमवार से शुक्रवार ₹1000 तथा शनिवार और रविवार 17 सो रुपए तक की फीस ली जाती है।
कुंडलिका नदी में रिवर राफ्टिंग करने का सबसे अच्छा समय
महाराष्ट्र में कुंडलिका नदी वर्ष भर समान धारा लेकर चलती है। इस नदी में रिवर राफ्टिंग करने के लिए वर्ष भर माहौल बेहद अनुकूल होता है।यहां पर आप वर्ष भर में किसी भी समय आ कर रिवर राफ्टिंग के बेहद ही रोमांचकारी अनुभव का लुफ्त उठा सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश में रिवर राफ्टिंग ( river rafting in Himanchal Pradesh in hindi)
स्पीति नदी में रिवर राफ्टिंग( river rafting in spiti river in hindi)
स्पीति नदी को रिवर राफ्टिंग करने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक माना जाता है। इस नदी के आसपास का प्राकृतिक दृश्य बर्फ से ढके हुए ग्लेशियर मन में रोमांच भरने वाली नदी की तेज धारा पर्यटकों को यहां पर रिवर राफ्टिंग करने के लिए विवश कर देती है।
स्पीति नदी में रिवर राफ्टिंग के स्ट्रेच
स्पीति नदी में रिवर राफ्टिंग करने के लिए दो स्ट्रेच हैं पहला स्ट्रेच इवनिंग से शुरू होकर पासीघाट तक है।
जबकि दूसरा स्ट्रेस पासीघाट से सुमो तक है। इन दोनों स्ट्रेच की कुल लंबाई लगभग 17 किलोमीटर की है।
स्पीति नदी में रिवर राफ्टिंग करने का कठिनाई का स्तर
दोस्तों अगर आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ रिवर राफ्टिंग का लुफ्त उठाना चाहते हैं तो हिमाचल प्रदेश में स्थित स्थिति नदी आपके लिए एक बेहतर विकल्प हो सकती है क्योंकि यहां पर रिवर राफ्टिंग करने का कठिनाई का स्तर सामान्य माना जाता है।जो दोस्तों के साथ रिवर राफ्टिंग करने के लिए सबसे अच्छा होता है।
स्पीति नदी में रिवर राफ्टिंग की फीस
यहां पर रिवर राफ्टिंग करने की फीस ₹800 से लेकर ₹12 तक होती है।
कर्नाटक में रिवर राफ्टिंग (river rafting in Karnataka in Hindi)
डडोली में काली नदी में रिवर राफ्टिंग( in dadoli, river rafting in kali river in hindi)
कर्नाटक राज्य में स्थित काली नदी रिवर राफ्टिंग के लिए सबसे अच्छी नदियों में से एक मानी जाती है। काली नदी पर रिवर राफ्टिंग का शानदार आनंद ले सकते हैं। White water राफ्टिंग के लिए मशहूर यह नदी अपने घुमावदार और टेढ़े मेढ़े बहते हुए पानी के लिए मशहूर है। रिवर राफ्टिंग के दौरान यहां पर विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों और जीवो को बेहद करीब से देखना एक यादगार पल साबित हो सकता है दंडोली में बहती काली नदी दक्षिण भारत के सबसे तेज बहने वाली नदियों में से एक है।
दूरी 12 किमी
ढंडोली में स्थित काली नदी में रिवर राफ्टिंग का कठिनाई का स्तर
काली नदी की बहती हुई तेज धारा और घुमावदार रास्तों की वजह से यहां पर कठिनाई का स्तर ग्रेड 2 से ग्रेड 4 तक माना जाता है। जो सामान्य से जोखिम के बीच में होता है।
काली नदी में रिवर राफ्टिंग की फीस
काली नदी में रिवर राफ्टिंग के लिए फीस ₹800 से लेकर ₹1600 तक की होती है।
काली नदी में रिवर राफ्टिंग करने का सबसे अच्छा समय
दोस्तों अगर आप कर्नाटक की यात्रा पर है और रिवर राफ्टिंग जैसे रोमांचकारी खेल का आनंद लेना चाहते हैं तो काली नदी में आप रिवर राफ्टिंग का लुत्फ उठा सकते हैं यहां पर रिवर राफ्टिंग करने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से जून के मध्य का माना जाता है।
कुल्लू मनाली में रिवर राफ्टिंग ( river rafting in kullu manali in hindi)
व्यास नदी में व्हाइट वाटर राफ्टिंग( white water rafting in vyas river in hindi)
कुल्लू मनाली जिसकी खूबसूरती के चर्चे पूरी दुनिया में होते हैं। इस स्थान की एक खास बात और यह है कि यहां पर स्थित व्यास नदी में व्हाइट वाटर राफ्टिंग(white water rafting) के लिए सबसे मुफीद माहौल तैयार होता है। व्हाइट वाटर राफ्टिंग की सबसे प्रमुख जगहों में से एक व्यास नदी अपने रोमांचकारी वाटर राफ्टिंग के लिए प्रसिद्ध हो चुकी है। आप यहां पर रिवर राफ्टिंग के चैलेंज को भरपूर इंजॉय कर सकते हैं।
कुल्लू मनाली में स्थित व्यास नदी में रिवर राफ्टिंग के कठिनाई का स्तर
कुल्लू मनाली में स्थित व्यास नदी में कठिनाई का स्थान ग्रेड 2 से ग्रेड 4 तक का माना जाता है जो कि सामान्य से जोखिम भरा तक होता है।
व्यास नदी में रिवर राफ्टिंग के लिए एक स्ट्रेच मौजूद है जो पीढ़ी से शुरू होकर झुरी पर समाप्त होता है। यह स्ट्रेच कुल 14 किलोमीटर लंबा है।
व्यास नदी में रिवर राफ्टिंग की फीस
व्यास नदी में रिवर राफ्टिंग करने के लिए ₹800 की फीस पर्यटकों से ली जाती है।
व्यास नदी में रिवर राफ्टिंग करने का सबसे अच्छा समय
व्यास नदी में रिवर राफ्टिंग करने का सबसे अच्छा समय मार्च से लेकर जुलाई तक का माना जाता है इस दौरान रिवर राफ्टिंग का आप भरपूर आनंद ले सकते हैं।
रिवर राफ्टिंग टिप्स और सावधानियां( safety tips for river rafting in Hindi)
1 रिवर राफ्टिंग करते समय हमेशा हेलमेट पहने।
2 कभी भी अकेले रिवर राफ्टिंग ना करें।
3 रिवर राफ्टिंग करते समय गाइड की बातों को हमेशा ध्यान में रखें।
4 रिवर राफ्टिंग करते समय हमेशा लाइफ जैकेट अच्छी क्वालिटी का पहने।
5 रिवर राफ्टिंग करते जाते समय अपने साथ जा रहे हैं गाइड की सत्यापित आई कार्ड देख ले।
6 रिवर राफ्टिंग करने के लिए प्रमाणित कैंप और संस्थाओं का ही चुनाव करें।
7 अधिक खतरा महसूस होने पर रिवर राफ्टिंग ना करें।
8 अगर आप हाई बीपी या अन्य किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित है तो रिवर राफ्टिंग से परहेज करें।
9 रिवर राफ्टिंग करने जाते समय रिवर राफ्टिंग के विषय में पूरी जानकारी हासिल कर ले।
10 बच्चों के साथ रिवर राफ्टिंग बिल्कुल भी ना करें।
11 अगर आप रिवर राफ्टिंग करने के शौकीन हैं तो हमेशा कठिनाई का स्तर सामान्य ही चुने।
हमारे अन्य लेख
अल्मोड़ा और अल्मोड़ा के आसपास के खूबसूरत पर्यटन स्थल
Leave a Reply