
लखनऊ अपने साहित्य और संस्कृति और वास्तुकला के लिए पूरे भारत ही नहीं विश्व में भी प्रसिद्ध है। लखनऊ अपने उत्तर प्रदेश की राजधानी और एक बड़ा शहर है जो गोमती नदी किनारे बसा हुआ है। लखनऊ में पर्यटन स्थलों की बात की जाए तो यहां पर्यटन स्थलों की भरमार है यहां पर आकर कोई भी पर्यटक यहां की ऐतिहासिक धरोहरों और खूबसूरत बागानों और लजीज व्यंजनों का आनंद ले कर यहां की तारीफ करते नहीं थकता है।
वैसे लखनऊ शहर ज्यादातर हलचल भीड़भाड़ वाली गलियों कबाब बिरियानी आउटलेट्स लखनवी चिकन बाजार थोक आर्टिफिशियल ज्वेलरी के लिए भी जाना जाता है। तो आइए जानतेहैं लखनऊ के कुछ प्रमुख पर्यटन केंद्रों के बारे में विस्तृत जानकारी

संगीत और साहित्य जगह का मुख्य आकर्षण है। 18 वीं शताब्दी में जिन राजाओं और सुल्तानों ने शासन किया है, उन्होंने संगीत और संस्कृति को विकसित करने में बहुत योगदान दिया है। सांस्कृतिक पहलू के अलावा लखनऊ के शहर में कई धरोहरों के निर्माण को बढ़ावा मिलता है, जिसका इतिहास लगभग तीन सदियों पहले से चला आ रहा है|

बड़ा इमामबाडा(bada imambada)
बड़ा इमामबाडा एक शानदार संरचना है, जिसे वर्ष 1784 में आसफ-उद-दौला द्वारा बनाया गया था और वर्ष के दौरान भारी मात्रा में भीड़ खींचता है। इतिहास में यह है कि जब यह प्रसिद्ध ढांचा बनाया जा रहा था, तब लगभग हज़ार लोगों को रोजगार मिला था।

यह स्थान धार्मिक हितों का एक स्थल है और इसलिए दुनिया भर में कई लोग मुहर्रम और ईद के दौरान यहां आते हैं और प्रार्थना करते हैं और सभी शक्तिशाली लोगों को सम्मान देते हैं। इस जगह का मुख्य आकर्षण प्रसिद्ध भूलभुलैया (जो भ्रामक मार्ग होने वाला भूलभुलैया है)। ये सभी यूपी पर्यटन के लिए प्रमुख हैं।
बड़ा इमामबाड़ा जिसका निर्माण किसी आश्चर्य से कम नहीं
छोटा इमामबाडा (chhota imambada)
बड़ा इमामबाडा के अलावा शहर छोटा इमामबाडा को भी बढ़ावा देता है। यह कुछ और नहीं बल्कि नाम के रूप में इमामबाडा का छोटा संस्करण है। यह स्थान वर्ष 1837 में बनाया गया था और तत्कालीन शासक मोहम्मद अली शाह द्वारा बनाया गया था।

लखनऊ चिड़ियाघर( lucknow zoo)
लखनऊ में पर्यटन की जगहों की कोई कमी नही है| यहाँ पर्यटन के लिहाज से घुमने के लिए नवाबो द्वारा बने हुई विशेष इमारतो के अलावा एक अत्यंत सुंदर चिड़ियाघर भी है| वन्य जीवो के प्रेमी पर्यटक यहाँ खिचे चले आते है| विशाल प्राकृतिक जगह में फैला ये चिड़ियाघर लगभग ९०० किस्मो के पेड़ पौधे से घिरा है
जो इस चिड़ियाघर को ६० % अपनी छाया से ढके रहता है | इसीलिए यहाँ का तापमान पूरे लखनऊ से 4 डीग्री कम रहता है| पूरे वर्ष भर ये चिड़ियाघर पर्यटकों और लोकल दर्शको से भरा रहता है|

इस विशाल परिसर में लगभग 1000 से अधिक पशु पंछी अपने प्राकृतिक आवाश में रहते है| इसके अलावा आपको मछलीघर में ५०० किस्म की मछलिया देखने को मिलेगी|
इस चिड़ियाघर में लोग बोटिंग का भी विशेष आनंद लेते है| बोटिंग के अलावा भी इस चिड़ियाघर में बटरफ्लाई पार्क, प्रकृति शिक्छाँ केंद्र,संग्रालय आदि अनेक सुविधाए है| चिड़ियाघर में लोगो की सुविधाओं के लिए विशेष tay train चलाई जाती है जिससे आने वाले पर्यटक यहाँ आसानी से इस विशाल चिड़ियाघर में भ्रमण कर सके| इसके अलावा आपको भ्रमण के लिए इ रिक्शा की भी व्यवस्था की गयी है|

लखनऊ चिड़ियाघर खुलने का समय
सुबह 10 से शाम 6 बजे तक
लखनऊ चिड़ियाघर की एंट्री फीस
100 रूपये वयस्क और ५० रूपये बच्चे
बोटिंग ३० रूपये
जनेश्वर मिश्र पार्क (janeswar misra park)
गोमती नगर में स्थित ये पार्क एशिया का सबसे बड़ा पार्क माना जाता है| ये पार्क समाजवादी पार्टी के राजनीतिज्ञ श्री जनेश्वर मिश्रा जी की याद में निर्माण कराया गया | इस पार्क की स्थापना सन २०१४ में 5 अगस्त को की गयी| यह पार्क अपनी खूबसूरती की वजह से पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है|
इस विशाल पार्क में एक विशाल तालाब भी है जिसको अब पंछियों ने अपना स्थाई निवास बना लिया है| इसी तालाब में नोका विहार भी पर्यटकों को कराया जाता है

इस पार्क में बहूत खुबसूरत एक अपना रास्ट्रिय ध्वज जो लगभग २०७ मीटर ऊँचा है | लहराता हुआ बहुत ही खुबसूरत लगता है| इस पार्क में एक पर्यटकों के लिए सेल्फि पॉइंट भी बनाया गया है| शाम को होने वाले थीम और सुंदर लाइटिंग और चलने वाले फव्वारे पर्यटकों का मना मोह लेते है|
इसके अलावा पार्क में आगंतुको के लिए शानदार फ़ुटबाल मैदान, साइकिलिंग ट्रेक, बच्चो के के खेलने के लिए विशेष प्रकार के झूले, जॉगिंग ट्रेक, आदि अनेक सुविधाए है| बोटिंग के लिए यहाँ चीन से मंगाई हुई विशेष गोदोला बोट में लोग बोटिंग का आनंद उठाते है| इस पार्क में ही जनेश्वर जी की 25 फीट ऊँची विशाल प्रतिमा भी स्थापित है|
जनेश्वर मिश्र पार्क का प्रवेश शुल्क
टिकट दर 10 रूपये
जनेश्वर मिश्र पार्क का खुलने का समय
6 बजे से रात ९ बजे तक
पार्क लगने वाला समय 2 से 3 घंटे

अमीनाबाद बाज़ार(ameenabad bazar)
लखनऊ घुमने जाए और वहा आप शोपिंग किये बिना आप खुद को रोक नही पायेंगे| लखनऊ जाने वाले पर्यटक यहाँ खरीददारी जरुर करते है| लखनऊ के सबसे पुराने बाजारों में एक बाज़ार अमीनाबाद बाज़ार में खरीददारी का लुत्फ़ उठा सकते है| ये बाज़ार नवाबो के समय से प्रचलित रहा है| कई पुरानी हवेलियों और बिल्डिंग में ये बाज़ार आपको नवाबो के प्रशिद्ध ब्नाजार का एहसास करा देंगे| इस बाज़ार में आपको विशेष डिजाइन के कपड़े, बेहतरीन कारीगरी वाली ज्वेलरिस , फूटवेअर,फ्राबिक्स आदि मिल जायेंगे|
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यहाँ घर की रोज़मर्रा की जरूरतों के लगने वाली स्ट्रीट मार्केट से सस्ती और बढ़िया चीजे भी खरीद सकते है| अमीनाबाद बाज़ार में एक स्पेशल बाज़ार भी लगती है जिसका नाम है गड़बड़ झाला बाज़ार | यहाँ आप केसुअल और स्टायलिश ज्वेलरी की खरीदारी कर सकते है|
इस बाज़ार में अधिक मात्रा में भीड़ रहती है| इसका कारण यहाँ मिलने वाले विशेष और सस्ते प्रोडक्ट है| लखनऊ में घुमने के शौक़ीन यहाँ जरुर आते है| इसके अलावा आपको खाने पिने स्पेशल बिरयानी आदि भी मशहूर दुकाने अमीनाबाद बाज़ार में मिल जायेंगी
समय
प्रात 11 बजे से रात्री 11 बजे तक
अम्बेडकर पार्क (ambedakar park)
गोमती नगर के पाश इलाके में बना ये विशाल पार्क पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करता है| ये पार्क सार्वजनिक पार्क के रूप में जाना जाता है| इस पार्क को ओपचारिक रूप से डा. भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल के नाम से भी जाना जाता है|
इस पार्क में समाज सेवको ज्योतिराव फुले, नारायाण गुरु, बिरसा मुंडा,शाहू जी महाराज, भीमराव अम्बेडकर के जीवन के सम्मान में स्मृतिया देखि जा सकती है|

इस पार्क को बहुजन समाजवादी पार्टी की मायावती जी ने अपने मुख्यमंत्री काल में बनवाया था| इस पार्क के निर्माण में लगभग 7 अरब रूपये खर्च हुए | बाद में ये विवाद अदालत तक गया | इस पार्क के निराम में पूरी तरह लाल बलुआ पत्थर का प्रयोग किया गया | इस पार्क में आपको शाम को लाइट की वजह से सुन्दर नज़ारा देखने को मिलेगा |
इतिहास
1995 में आधारशिला राखी गयी | फिर इस पार्क का नवीनीकरण 2007 में किया गया| फिर 2008 में ये पार्क जनता के लिए खोल दिया गया| मई २०१२ में इस पार्क का नाम बदलकर डॉ भीमराव अम्बेडकर स्मारक रखा गया |
अम्बेडकर पार्क खुलने का समय
प्रात 11 बजे से शाम 8 बजे तक
अम्बेडकर पार्क का टिकट दर
10 रूपये प्रति व्यक्ति
अम्बेडकर पार्क घूमने कब जाए
गर्मियों में शाम को
सर्दियों में दिन में कभी भी
वाटर पार्क(water park)
लखनऊ में पर्यटकों के लिए 5 वाटर पार्क है| गर्मियों में इस वाटर पार्क का नज़ारा कुछ ख़ास होता है| ये खुबसूरत वाटर पार्क पर्यटकों का ध्यान अपनी तरफ खीच लेते है| यहाँ पर पर्यटकों और स्थानीय लोगो की भीड़ हमेशा रहती है|
आनंदी वाटर पार्क में लखनऊ के साथ साथ विदेशी पर्यटक भी यहाँ की फन राइड, वाटर राइड, और समुद्री लहेरो का आनंद लेने आते है| इस पार्क में बच्चो के लिए वाटर झूले, स्विमिंग पूल, है जो सबका भरपूर मनोरंजन करते है|
प्रवेश शुल्क
700 और बच्चो का 600
टाइमिंग 10 बजे से शाम 7 बजे तक
ड्रीम वर्ल्ड फन रिजार्ट को लखनऊ में पर्यटन के लिए प्रमुख केंद्र माना जाता है|ये लगभग २० एकड़ में फैला हुआ रिजार्ट बहुत खुबसूरत बनाया गया है| पर्यटक यहाँ आके फुल मस्ती करते है| लखनऊ कानपुर हाइवे पर बना ये शानदार रिजार्ट लखनऊ रेलवे स्टेशन से 22 किमी की दुरी पर बना हुआ है|

यह भारत का अकेला इंडोर वाटर पार्क है| इस पार्क में आपको राइडिंग के साथ साथ स्वादिस्ट व्यंजन वाले रेस्तोरेंट भी बने हुए है| इसके अलावा यहाँ पर्यटकों के लिए फन क्लब, हाईटेक विडियो गेम पारलर, पार्टी लान, दी जे हाल, आदि सुविधाए भी उपलब्ध है|
फ़ीस 500
टाइम 10 से 9 बजे तक
फॉर सीजन फन सिटी पार्क को इस तरह बनाया गया है जहां पर्यटकों को बाहरी पर्यावरण से अलग अनुभूति होती है | लखनऊ स्टेशन से २० किमी दूर रायबरेली हाइवे पर बना ये पार्क up का पहला स्नो पार्क है| जहा आप गर्मियों में हिमांचल जैसी ठण्ड का मज़ा ले सकते है| और बरफ में स्नो राइडिंग भी कर सकते है |

जबकि सर्दियों में यहाँ फन राइड्स का मज़ा ले सकते है| सन्डे को यहाँ स्थानिय लोग और पर्यटक अधिक मात्रा में आते है और इस सीजन फन सिटी में खूब एन्जॉय करते है|
टिकट 200
टाइम 11 से 7 बजे तक
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