
मध्य प्रदेश में घूमने सबसे अच्छी जगहों में से एक ओरछा के बारे में जानकारी

ओरछा मध्य प्रदेश में स्थित एक शाही शहर है। इसे शाही शहर इसलिए कहा जाता है कि ओरछा में प्राचीन इमारतें ऐतिहासिक किले और सुंदर प्राकृतिक नजारे दिखाई देते हैं। ओरछा का पुराना नाम उरछा हुआ करता था।समय के साथ यह ओरछा हो गया। यह मध्य प्रदेश के सबसे अच्छे ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों में से एक है।
अगर आप ऐतिहासिक पर्यटन को पसंद करते हैं तो आपको एक बार ओरछा जरूर जाना चाहिए। यहां के विशाल मंदिर और विशाल किले आप की अगवानी करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। ओरछा का किला संरक्षित क्षेत्रों में से एक है। ओरछा एक ऐसा फैमिली पैकेज है जहां पर आप अपनी फैमिली के साथ, कपल के साथ, या फिर फ्रेंड के साथ भी घूमने के लिए जा सकते हैं। ओरछा में घूमने की कई प्रसिद्ध जगह है जहां पर जाकर आप प्राकृतिक ऐतिहासिक रूप से खुद को जुड़ा हुआ महसूस करेंगे।
ओरछा की प्रसिद्ध वास्तु कला यहां के पर्यटकों को फोटोग्राफी करने के लिए खींच लाती है। इन सबके अलावा हनीमून कपल, प्री वेडिंग फोटोशूट के लिए भी यहां पर आपको काफी अधिक संख्या में न्यूली मैरिड कपल दिख जाएंगे। आइए जानते हैं ओरछा के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां
ओरछा का इतिहास-history of Orchha in hindi
ओरछा का इतिहास 16वीं शताब्दी के आसपास का माना जाता है। ओरछा के राजा रूद्र प्रताप सिंह पूरे बुंदेलखंड राज्य में राज्य करते थे उन्हीं के द्वारा ओरछा को बसाया गया था। राजा रूद्र प्रताप सिंह बुंदेला राजवंश से संबंधित एक राजपूताना शासक थे।
18 वीं शताब्दी में जब मराठी सेना में संपूर्ण बुंदेलखंड पर अपना साम्राज्य स्थापित कर लिया था तब भी ओरछा अजेय रहा था। ओरछा को मराठी सेना नहीं जीत पाई थी। बीसवीं शताब्दी तक ओरछा बुंदेलखंड का सबसे समृद्ध और संगठित राज्य था 1956 में ओरछा मध्य प्रदेश राज्य का एक हिस्सा बन गया।

ओरछा में घूमने लायक प्रमुख जगहें- top places to visit in Orchha in hindi
ओरछा में घूमने की प्रमुख जगह ओरछा फोर्ट
ओरछा में घूमने की सबसे अच्छी जगह में से एक ओरछा फोर्ट एक बेहतरीन आर्किटेक्ट का नमूना है। यह ओरछा के घूमने वाली सबसे अच्छी जगहों में से एक है और ओरछा का पूरा पर्यटन अधिकतर इसी पर निर्भर है। ओरछा फोर्ट में आपको घूमने के लिए कई ऐतिहासिक धरोहर है जोकि हिस्ट्री लवर्स, पर्यटक को,आर्किटेक्चर के लिए प्रमुख पर्यटन केंद्र है। इस फोर्ट की बनावट अनूठी और विशाल है।
इस फोर्ट को महाराजा रूद्र प्रताप सिंह में बनवाया था जिसको बनाने में लगभग 34 वर्ष लगे थे। ओरछा के अंदर आपको कई विशाल मंदिर संरचनाएं और किले देखने को मिल जाएंगे। शाम को पर्यटकों के लिए यहां पर लाइट एंड शो का भी आयोजन किया जाता है जिसको देखने के लिए दूरदराज से पर्यटक यहां पर आते हैं।
ओरछा फोर्ट खुलने का समय
प्रातः 6:00 बजे से लेकर 6:30 बजे तक।
ओरछा फोर्ट का प्रवेश शुल्क
भारतीय पर्यटक: 12 रूपए
विदेशी पर्यटक: 300 रूपए
ओरछा में घूमने की प्रमुख जगह राम राजा मंदिर
ओरछा में घूमने की सबसे ऐतिहासिक और धार्मिक जगह में से एक राम राजा मंदिर भारत का एकमात्र मंदिर है जहां पर भगवान श्रीराम को राजा के रूप में पूजा जाता है। इस मंदिर के निर्माण के संबंध में भी कई रोचक तथ्य लोगों के द्वारा कहे जाते हैं।
हिंदी कहानियों में कहा जाता है कि भगवान श्री राम की यह मूर्ति पहले चतुर्भुज मंदिर में स्थापित की जानी थी परंतु एक बार मूर्ति को रखने के बाद यह मूर्ति यहीं पर स्थापित हो गई।
पहले यह मंदिर ओरछा के प्रसिद्ध सेनापति मधुकर शाह के लिए बनाया हुआ एक महल था जिसको कि बाद में मंदिर में परिवर्तित कर दिया गया था। यह मंदिर आज के समय में इतना प्रसिद्ध हो चुका है कि भगवान श्री राम के दर्शनों के लिए यहां पर देश के लगभग सभी कोनों से श्रद्धालु आते हैं।

ओरछा में घूमने की प्रसिद्ध जगह जहांगीर महल
जहांगीर महल को 1598 ईस्वी में भारत भूषण के द्वारा पूरा करवाया गया था। इस महल का निर्माण जश्न के रूप में किया गया था जब भारत भूषण ने बुंदेला के राजा वीर देव सिंह को हराया था। इस महल की विशाल गुंबदों में मुगल वास्तुकला का अनूठा नज़ारा देखने को मिलता है। जहांगीर महल का दरवाजा इतना विशाल है कि सीधा हाथी भी इन दरवाजे से होकर अंदर जा सकता है।
ओरछा में घूमने की प्रसिद्ध जगह राज महल
ओरछा फोर्ट के कांप्लेक्स में बना हुआ राज महल या राजा महल हजारों पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करता है। सुंदर नक्काशी दार इमारतों और छत ऊपर की गई डिजाइन की वजह से राज महल पर्यटकों को बेहद रास आता है। इस महल का निर्माण 1570 ईसवी के आसपास किया गया था। ऐतिहासिक कलाप्रेमी वर्ग यहां पर आकर यहां के भित्ति चित्रों को देखकर दंग रह जाते हैं।

ओरछा में घूमने की प्रसिद्ध जगह लक्ष्मी नारायण मंदिर
लक्ष्मी नारायण मंदिर ओरछा में घूमने वाली सबसे अच्छी जगह में से एक हैं। धन की देवी लक्ष्मी को समर्पित यह मंदिर इसलिए भी बेहद अनूठा है कि यहां पर लक्ष्मी जी की मूर्ति विराजमान नहीं है। यह मंदिर अद्भुत किले और मंदिर के रूप में प्रसिद्ध है।
यह मंदिर श्रद्धालुओं के साथ साथ टूरिस्ट अट्रैक्शन के लिए भी प्रसिद्ध हो रहा है। मंदिर के दीवारों पर की गई अद्भुत चित्रकारी पर्यटकों को यहां पर खींच लाती है। इस मंदिर का निर्माण 16वीं शताब्दी में राजा वीर सिंह देव के द्वारा कराया गया था।

ओरछा में घूमने की प्रसिद्ध जगह चतुर्भुज मंदिर

इस प्राचीन मंदिर का निर्माण 875 ईसवी में गुर्जर प्रतिहार वंश के शासन काल में किया गया था। या मंदिर वास्तुकला के साथ-साथ अनेक रोमांचक जानकारियों से भरा पड़ा है। इस मंदिर के विषय में कहा जाता है कि पहले या भगवान राम को समर्पित मंदिर था परंतु बाद में चार भुजा वाले भगवान विष्णु ने उसमें खुद को स्थापित कर दिया तब से या चतुर्भुज मंदिर कहा जाने लगा। इतिहास प्रेमियों के लिए भी यह जगह बेहद खास है।
इतनी ऊंचाई पर इतना बड़ा मंदिर बनाना निश्चित तौर पर सबसे कठिन कार्यों में से एक है परंतु इसकी सुंदरता आज भी लोगों को सोचने पर विवश कर देती है। चतुर्भुज के मंदिर के अंदर बने हुए गुप्त रास्ते के माध्यम से आप पूरे चतुर्भुज के शिखर तक सीढ़ियों के माध्यम से पहुंच सकते हैं। इन्हीं सीढ़ियों की वजह से मुगलों और अंग्रेजों के कई आक्रमण से चतुर्भुज मंदिर को बचाया जा सका।
बेतवा नदी में रिवर राफ्टिंग
अगर आप ओरछा में घूमने जा रहे हैं तो बेतवा नदी में हो रही रिवर राफ्टिंग का लुत्फ लेना ना भूले। सबसे दिलचस्प बात यह है कि वर्षा ऋतु को छोड़कर यहां का पानी का बेहद सामान्य होता है जिसमें की एक आम व्यक्ति भी रिवर राफ्टिंग का निर्भय होकर आनंद ले सकता है। ओरछा फोर्ट में स्थित शीश महल होटल रिवर राफ्टिंग की सुविधा उपलब्ध कराता है।
दाऊजी की हवेली ओरछा
ओरछा फोर्ट में स्थित दाऊजी की हवेली भी एक बेहतरीन पर्यटन स्थल है। अपने विशाल आकार और दीवारों पर भित्ति चित्रों की वजह से यहां बेहतरीन नजारे देखने को मिलते हैं। यह हवेली भारत की सबसे बड़ी हवेलियों में से एक है।

ओरछा वन्य जीव अभ्यारण
दोस्तों अगर आप प्राचीन धरोहरों को देख कर थक गए हैं और प्रकृति के और करीब आना चाहते हैं तो ओरछा वन्य जीव अभ्यारण आपका स्वागत करता है। यहां पर आप जानवरों को उनके विशेष परिवेश में बेहद करीब से देख सकते हैं।
कान्हा नेशनल पार्क के बारे में जानकारी
मध्यप्रदेश में स्थित नेशनल पार्क
ओरछा वन्य जीव अभ्यारण की फीस
प्रति व्यक्ति ₹40
ओरछा वन्य जीव अभ्यारण खुलने का समय
प्रातः 9:00 बजे से लेकर 6: 00 बजे तक।
ओरछा में घूमने की जगह फूल बाग
ओरछा में घूमने की जगह फूल बाग जहां पर सुंदर फूलों और बगीचों के साथ-साथ हमारे भी लगे हुए हैं यह स्थान पर्यटकों को शांति प्रदान करता है। इस सुंदर बगीचे का निर्माण राजकुमार दीनाल हरदौल के याद में किया गया था। उन्होंने अपनी बेगुनाही के लिए खुद को समाप्त कर लिया था।

ओरछा में घूमने की प्रसिद्ध जगह छत्रिया ओरछा
ओरछा के प्रसिद्ध किले के पीछे स्थित क्षत्रियांओरछा यहां के प्रसिद्ध और प्राचीन राजाओं की कब्रें है। यहां पर कुल 14 क्षत्रियां स्थित है। इस स्थान को देखने खूबसूरती सबसे अच्छी तब होती है जब आप उसे दूसरी तरफ से बेतवा नदी के किनारे से देखेंगे तो पाएंगे कि इसका सुंदर प्रतिबिंब नदी के पानी पर बनता है। इनका निर्माण बुंदेलखंड के राजाओं के सम्मान में किया गया था।
ओरछा घूमने जाने का सबसे अच्छा समय-best time to visit in Orchha in hindi
दोस्तों अगर आप ओरछा घूमने जाना चाहते हैं और सबसे अच्छे समय की तलाश में है तो हम आपको जानकारी देने की सितंबर से लेकर मार्च तक के महीनों में आप ओरछा घूम सकते हैं इस दौरान यहां का सुंदर वातावरण और अनुकूल तापमान आप की ओरछा की यात्रा को सुंदर बना देगा।
मार्च के बाद और अगस्त के महीनों में यहां का औसत तापमान 45 डिग्री के आसपास का हो जाता है जिससे कि आपको बेहद गर्मी का अनुभव हो सकता है और आपकी यात्रा तकलीफ देह हो सकती है।
फोटोशूट के लिए बेस्ट जगह है ओरछा

ऐतिहासिक धरोहर के साथ-साथ ओरछा तो बेस्ट फोटोशूट प्लेसिस में से एक माना जाता है। ओरछा के किले की इमारतों के अंदर जाकर काफी अच्छी संख्या में फोटोग्राफी की जाती है। सबसे दिलचस्प बात यह है कि यहां पर फोटोग्राफी का कोई चार्ज नहीं लिया जाता। यहां पर पर्यटकों के साथ साथ इतिहास इतिहास प्रेमी, प्री वेडिंग फोटोशूट, कपल फोटो सूट आदि भी काफ़ी अधिक संख्या में यहां पर आते हैं।
ओरछा में होटल्स
अगर आप ओरछा घूमने जा रहे हैं और होटल की तलाश में है तो हम आपको जानकारी दे दे कि आप हमारी वेबसाइट के दाहिनी तरफ दिखाए जा रहे हैं।book now के ऑप्शन पर क्लिक करके ओरछा के होटल के बारे में भी जान सकते हैं इसके अलावा यहां पर लो बजट से लेकर हाय बजट तक के होटल्स उपलब्ध है।
MPT शीश महल होटल
सनसेट बैकपैकर्स हॉस्टल
Shriram home stay
होटल दीप रीजेंसी

ओरछा कैसे जाएं-how to go Orchha in hindi
सड़क साधन से ओरछा कैसे जाएं?
अगर आप सड़क परिवहन के साधन से वर्षा पहुंचना चाहते हैं तो नेशनल हाईवे 27 और 46 के साधन से आप ओरछा जा सकते हैं। झांसी बस स्टैंड से ओरछा की दूरी मात्र 20 किलोमीटर होती है। यहां से ओरछा के लिए नियमित टैक्सी और बसें आपको आसानी से मिल जाएंगे।
ट्रेन से ओरछा कैसे जाएं?
सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन झांसी है। झांसी रेलवे स्टेशन के बाहर से आप प्राइवेट टैक्सी या कैब के माध्यम से आसानी से ओरछा पहुंच सकते हैं। झांसी रेलवे स्टेशन से ओरछा की दूरी 18 किलोमीटर है।
हवाई परिवहन ओरछा कैसे जाएं?
अगर आप हवाई परिवहन के साधन से ओरछा पहुंचना चाहते हैं तो सबसे नजदीकी हवाई अड्डा खजुराहो है। यहां से ओरछा की दूरी 140 किलोमीटर की है।
उज्जैन में घूमने के लिए प्रमुख जगहें
इंदौर में घूमने लायक प्रमुख जगहे
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